बीपीएससी
(प्रारंभिक) परीक्षा
ट्रेंड-विश्लेषण:भारतीय
इतिहास
65वीं बीपीएससी (PT)
परीक्षा ले लिए उपयोगी
बीपीएससी प्रारंभिक परीक्षा में विभिन्न खण्डों
की अहमियत पर विचार करें, तो सबसे अधिक अहमियत इतिहास-खंड की है जहाँ से कुल
मिलाकर (40-42) प्रश्न पूछे जाते हैं। इनमें (5-6) प्रश्न प्राचीन भारत से, (6-7) प्रश्न मध्यकालीन भारत से, (18-22) प्रश्न
आधुनिक भारत खंड से और करीब-करीब (10-11) प्रश्न बिहार से सम्बंधित पूछे जाते हैं।
इतिहास-खंड से पूछे जाने वाले प्रश्नों का
रुझान
विभिन्न
उपखंड
|
64वीं
पीटी परीक्षा
|
63वीं पीटी परीक्षा
|
(60-62)वीं
पीटी परीक्षा
|
(56-59)वीं पीटी परीक्षा
|
(53-55)वीं
वीं पीटी परीक्षा
|
प्राचीन
|
6
|
9
|
5
|
6
|
10
|
मध्यकालीन
|
6
|
6
|
10
|
4
|
4
|
आधुनिक
|
17
|
18
|
19
|
23
|
25
|
बिहार
|
13
|
9
|
6
|
8
|
5
|
कुल
|
42
|
42
|
40
|
41
|
44
|
प्राचीन भारत से पूछे जाने वाले प्रश्नों की प्रकृति:
अगर प्राचीन भारत से पूछे जाने वाले प्रश्नों की प्रकृति पर गौर करें,
तो हम यह पाते हैं कि इस खंड से सामान्यतः (6-8) प्रश्न पूछे जाते हैं और ये बहुत
ही सामान्य प्रकृति के होते हैं। दूसरे शब्दों में कहें, तो इस काल-खंड से
सम्बंधित जो सामान्य एवं महत्वपूर्ण जानकारियाँ हैं, उन्हें ही प्रश्नों के रूप
में डाला गया है। जहाँ तक प्रश्नों की दृष्टि से प्राचीन काल के महत्वपूर्ण
टॉपिकों का प्रश्न है, तो छठी
शताब्दी ई. पू. में बौद्धिज्म
एवं जैनिज्म से लेकर मगध का उदय और मौर्य-काल पर सर्वाधिक फोकस रहा है। यहाँ से औसतन (4-5) प्रश्न हर वर्ष पूछे जाते रहे हैं। इसके अतिरिक्त, भारत आने वाले विदेशी
यात्रियों और उनकी पुस्तकों से सम्बंधित प्रश्न भी पूछे गए हैं। इसके बाद मौर्योत्तर काल और गुप्त-काल से सम्बंधित प्रश्न भी पूछे गए
हैं। इसके अलावा इस काल की चर्चित रचनाओं एवं उसके
लेखकों पर आधारित प्रश्न भी पूछे जाते रहे हैं। इसीलिए तैयारी की रणनीति इसी के अनुरूप निर्धारित की जानी चाहिए।
टेबल
2: प्राचीन भारत से पूछे जाने वाले प्रश्नों का रुझान
64वीं
बीपीएससी
|
63वीं बीपीएससी
|
(60-62)वीं बीपीएससी
|
(56-59)वीं बीपीएससी
|
(53-55)वीं बीपीएससी
|
(48-52)वीं बीपीएससी
|
1.पेरिप्लस ऑफ़ द
इरिथ्रयन के लेखक
2. नालंदा
विश्वविद्यालय के लिए देवपाल से पाँच गाँव की दान की माँग करने वाले सुवर्णभूमि
के राजा का नाम
3. बड़े स्तर पर
स्वर्ण मुद्राएँ जारी करने वाला कुषाण-शासक
4.पहली बौद्ध
संगीति का आयोजन
5. भारत में
पशुपालन और खेती के प्रारंभिक प्रमाण
6. सिन्धु-घाटी
सभ्यता के पतन के कारण के सन्दर्भ में अद्यतन शोध
|
1.फाह्यान का
भारत-आगमन
2.महावीर स्वामी
का निर्वाण
3. त्रिपिटक से
सम्बंधित धर्म
4.मेगास्थनीज किस
विदेशी का राजदूत 5.कौटिल्य के अर्थशास्त्र का विषय
6.अशोक के धम्म का
केन्द्रीय बिंदु
7. मौर्य समाज के
सात वर्गों में विभाजन का उल्लेख
8. सिन्धु घाटी
सभ्यता की महत्वपूर्ण विशेषता
9. कागज के प्रयोग
का आरंभ
|
1. टेराकोटा से
निर्मित हल
2. कलिंग-राज
खारवेल का वंश
3. ओदंतपुरी
शिक्षण केंद्र की अवस्थिति
4.चीनी यात्री
सुंगयुन का भारत-आगमन
5. अप्रहत भूमि
आशय
|
1.इंडिका के लेखक
2. हर्षवर्धन के
शासन-काल में आने वाला चीनी यात्री
3.प्राचीन भारत का
नेपोलियन 4.नालंदा विश्वविद्यालय का संस्थापक
5. बुद्ध का पहला
उपदेश
6. हड़प्पा और
मोहन-जोदरो की खुदाई से संबंधित
|
1.कल्हण की किताब
का नाम
2.रुद्रदामन की
ख्याति की चर्चा करने वाला अभिलेख
3. हूणों को हराने
वाला गुप्त-शासक
4. महावीर स्वामी
का जन्म-स्थल
5. बुद्ध का
महापरिनिर्वाण-स्थल
6. बुद्ध का पहला
धर्म-चक्र-परिवर्तन
7. तीसरी बौद्ध-संगीति का आयोजन
8. मगध की शुरुआती
राजधानी 9.अजातशत्रु के वंश का नाम
10. हड़प्पा कालीन
बंदरगाह
|
1.बोधि-वृक्ष अपने
वंश की किस पीढ़ी से
2. वैशाली में
विश्व के पहले गणराज्य का संस्थापक
3. कौटिल्य के
अर्थशास्त्र में अधिकरणों की संख्या में
विभाजित
4.चन्द्रगुप्त को
सैंडोक्रोटस कहने वाला विदेश-यात्री
5.अशोक अभिलेख के
ब्राह्मी लिपि को पढ़ने वाला
6.अंतिम
मौर्य-शासक
7. पाटलिपुत्र का
संस्थापक
|
पिछली तीन प्राम्भिक परीक्षाओं के दौरान मध्यकालीन भारत से प्रश्नों
के पूछे जाने की बारंबारता बढ़ी है। 60वीं बीपीएससी परीक्षा के पहले तक यहाँ से औसतन
4 प्रश्न पूछे जाते थे, लेकिन (60-62)वीं परीक्षा से इस खंड से छह या इससे अधिक
प्रश्न पूछे जाते रहे हैं। अगर इन प्रश्नों
की प्रकृति पर विचार करें, तो ये प्रश्न मुख्य रूप से इस दौर के मुख्य राजनीतिक घटनाक्रमों, प्रमुख विदेशी-यात्रियों के
आगमन, प्रमुख आर्थिक एवं प्रशासनिक पहलों और कला एवं संस्कृति क्षेत्र की
उपलब्धियों से सम्बंधित रहे हैं। अतः अध्ययन की रणनीति निर्धारित करते
वक़्त और पढ़ते वक़्त इन पहलुओं पर विशेष रूप से ध्यान दिया जाना अपेक्षित है।
टेबल
3: मध्यकालीन भारत
64वीं
बीपीएससी
|
63वीं बीपीएससी
|
(60-62)वीं बीपीएससी
|
(56-59)वीं बीपीएससी
|
(53-55)वीं बीपीएससी
|
(48-52)वीं
बीपीएससी
|
1.परवर्ती
मुग़ल-साम्राज्य का विस्तार
2. कश्मीर का अकबर
3. सेना को 200,
250 और 500 की टुकड़ियों में बाँटने वाला शासक
4. शेख़ बहाउद्दीन
ज़कारिया से सम्बंधित सूफी-संप्रदाय
5. जोत का आधा
हिस्सा राजस्व के लिए माँगने वाला शासक
5.बख्तियार खिलजी
के आक्रमण की जानकारी का स्रोत
6.इलाहबाद के किले
के सन्दर्भ में विलियम फिंच की टिप्पणी
|
1.दक्षिण भारतीय
मंदिरों के आकर्षक गेटवे का नाम
2. यूरोपियन
पेंटिंग्स का मुग़ल दरबार में प्रवेश
3. चोल-काल की
प्रसिद्धि
4.विजयनगर राज्य
के अवशेष
5.ईस्ट इंडिया
कंपनी के आगमन के समय शासक
6. शासन के दैवी
सिद्धांत का प्रतिपादन करने वाला पहला मुस्लिम शासक
|
1. कर्णाट वंश का
संस्थापक 2.कर्णाट वंश का अंतिम शासक 3.बहमनी राज्य का संस्थापक
4.पारसी यात्री
अब्दुर्रज्जाक का आगमन
5. दसवंत और बसावन
जैसे प्रसिद्द पेंटरों के संरक्षक शासक
6.बिहार को जीतने
वाला पहला मुस्लिम आक्रांता
7.नालंदा विहार का
विध्वंस करने वाला आक्रान्ता
8. दीवान-ए-अर्ज
9.उद्यन्त प्रकाश
के लेखक
10.राजनीति
रत्नाकर के रचियता
|
1. हल्दीघाटी के
युद्ध में महाराणा प्रताप की सेना का सेनानायक
2. तुजुक-ए-बाबरी
की मूल भाषा
3. ढाई दिन झोपड़ा
4.शिवाजी की
राजधानी
|
1.तीर्थ-कर को
समाप्त करने वाला शासक
2.दारुल शफा का
गठन
3. अलाउद्दीन
खिलजी के समय देवगिरी का शासक
4.गुलाम-वंश का
पहला शासक
|
1.अकबर द्वारा
बिहार और बंगाल का मुग़ल साम्राज्य में विलय
2. मध्य काल में
बँटाई शब्द का मतलब
3.आगरा में
एतमाउद्दौला के मकबरे का निर्माता 4.हुमायूँ
द्वारा चुनार के किले पर पहली बार आक्रमण
5. इल्तुतमिश
द्वारा नियुक्त बिहार में प्रथम सूबेदार
|
आधुनिक भारत से पूछे जाने वाले
प्रश्नों की प्रकृति:
प्राचीन एवं मध्यकलीन भारत की तुलना में आधुनिक भारत से प्रश्नों के
पूछे जाने की बारम्बारता भी अधिक है, और इनमें विस्तार एवं गहराई भी अधिक है। इसीलिए इस खंड के लिए विस्तृत अध्ययन की ज़रुरत है। साथ ही, इस खंड से पूछे जाने वाले प्रश्नों की
खासियत इस बात में है कि ये बिहार विशिष्ट भी होते हैं।
अब अगर प्रश्नों की
दृष्टि से महत्वपूर्ण टॉपिकों पर विचार करें, तो 19वीं सदी के मध्य तक के आधुनिक
भारत के इतिहास-खंड में औपनिवेशिक नीतियों और
विभिन्न गवर्नर जनरलों के समय के महत्वपूर्ण विकासों को ध्यान में रखे
जाने की ज़रुरत है। इसके अतिरिक्त एक-से-दो प्रश्न सामाजिक-धार्मिक
सुधार आन्दोलन से भी पूछे जाने की परिपाटी रही है, यद्यपि वहां बहुत
विस्तार में जाने की ज़रुरत नहीं है। इसी तरह औसतन (2-3)
प्रश्न औपनिवेशिक शासन-काल के दौरान बनाने वाले
नियमों और अधिनियमों से पूछे जाते हैं। यद्यपि यहाँ से बहुत गहरे जाकर प्रश्न नहीं पूछा जाता है, पर इनमें
विस्तार कहीं अधिक है और इसीलिए इन्हें ध्यानपूर्वक कवर किये जाने की ज़रुरत है।
जहाँ तक औपनिवेशिक
नीतियों के प्रतिरोध और इसकी पृष्ठभूमि में आकार ग्रहण करने वाले विद्रोहों एवं
आंदोलनों का प्रश्न है, तो इस बात को ध्यान में रखा जाना चाहिए कि आधुनिक भारत में औसतन तीन-से-चार प्रश्न विभिन्न
नागरिक एवं जनजातीय विद्रोहों से लेकर सन् 1857 के विद्रोह से सम्बंधित
होते हैं, और इनमें भी बिहार एवं इसके आस-पास के क्षेत्रों में होने वाले
विद्रोहों को प्राथमिकता दी जाती है।
जहाँ तक 19वीं सदी के मध्य से आजादी तक के इतिहास का प्रश्न है, तो
यहाँ से पूछे जाने वाले प्रश्नों में विस्तार भी है और गहराई भी। इसीलिए यहाँ पर
माइक्रोस्कोपिक एप्रोच की ज़रुरत होगी, अन्यथा परेशानी हो सकती है। इस खंड में औसतन दो प्रश्न राष्ट्रीय आन्दोलन के दौरान प्रकाशित होने
वाले विभिन्न पत्र-पत्रिकाओं एवं उनके संपादकों और
राष्ट्रवादी नेताओं के द्वारा लिखित पुस्तकों से सम्बंधित होते हैं। इसके अतिरिक्त काँग्रेस के
महत्वपूर्ण अधिवेशनों, इसके अध्यक्षों एवं आयोजन-स्थलों और अधिवेशन के
दौरान लिए गए महत्वपूर्ण निर्णय प्रश्नों की दृष्टि से महत्वपूर्ण हैं। इनमें भी जब 20वीं सदी के पूर्वार्द्ध
में राष्ट्रीय आन्दोलन की प्रगति और विशेष रूप से बिहार में राष्ट्रवादी गतिविधियों
को विस्तार से कवर किये जाने की ज़रुरत है। यहाँ पर छोटे-छोटे
तथ्यों और अति-सामान्य सी प्रगति को भी ध्यान में रखे जाने की ज़रुरत है। हाल में यहाँ से कथन-आधारित प्रश्नों के पूछे जाने की प्रवृत्ति भी
उभर कर सामने आयी है।
टेबल
4: आधुनिक भारत से पूछे जाने वाले प्रश्नों का रुझान
64वीं
बीपीएससी
|
63वीं बीपीएससी
|
(60-62)वीं
बीपीएससी
|
(56-59)वीं बीपीएससी
|
(53-55)वीं बीपीएससी
|
(48-52)वीं बीपीएससी
|
सामाजिक-धार्मिक सुधार आन्दोलन:
1. प्रार्थना समाज, यंग इंडिया, लोकहितवादी सत्यशोधक समाज, रहनुमाई
माजदायासन सभा के संस्थापक का मिलान करना
2. फरायजी आन्दोलन के नेतृत्वकर्ता
पुस्तक, पत्र एवं पत्रिकाएँ:
3.पॉवर्टी एंड अन-ब्रिटिश रूल के लेखक
4.राष्ट्रवादी समाचार-पत्र
5. प्रमुख पत्रिकाएँ और उनके संपादक
विद्रोह:
6. दक्कन विद्रोह,1857
7.अंग्रेजों के खिलाफ जनजातीय विद्रोह के क्षेत्र
8. सन् 1857 के विद्रोह के कारण
9. सन् 1857 के विद्रोहियों में शामिल नहीं
नियम एवं अधिनियम:
10. बंगाल टेनेंसी एक्ट
कथन-आधारित प्रश्न:
11. रजनी पाम दत्त के इस कथन, कि “वे साम्राज्यवाद से लड़ते भी हैं
और सहयोग भी करते हैं”, में लक्षित राजनीतिक दल
12. “अत: सदैव सहमति के साथ और अक्सर वाणिज्य मंडल के निर्देशों पर
भारत सरकार चलती है और इसे व्हाइट मैन्स बर्डन कहा जाता है” कथन से सम्बंधित
व्यक्ति
राष्ट्रीय आन्दोलन:
13. तिलक को ‘लोकमान्य’ की उपाधि
14. जलियाँवाला बाग़ से सम्बंधित राष्ट्रीय आन्दोलन 15. असेंबली में
बम फेंकने के समय भगत सिंह की उम्र
16. सन् 1929 के लाहौर अधिवेशन में स्वतंत्रता की माँग
17. आजादी के बाद राज्यों का पुनर्गठन
|
औपनिवेशिक नीतियाँ:
1.अंग्रेजों की हड़प-नीति और प्रिंसली स्टेट
2. इम्पीरियल कैडेट कॉर्प्स के संस्थापक
3. ईस्ट इण्डिया कंपनी के भारत में प्रवेश के समय शासक
सामाजिक-धार्मिक सुधार आन्दोलन:
4. सती को अवैध घोषित करने वाले
पुस्तक, पत्र एवं पत्रिकाएं:
5. नाउ ऑर नेवर” वाली पर्ची के लेखक
विद्रोह:
6. मोपला-विद्रोह,1921 से प्रभावित क्षेत्र
नियम एवं अधिनियम:
7. पंजाब भूमि-हस्तांतरण अधिनियम
8. इंडियन हाईकमीशन के सृजन से सम्बंधित अधिनियम
राष्ट्रीय आन्दोलन:
9. बॉम्बे प्रेसीडेंसी एसोसिएशन के संस्थापक
10. बंगाल-विभाजन
11. स्वदेशी-आन्दोलन
12. कर्जन वायली की हत्या के लिए फाँसी पाने वाले व्यक्ति
13. गाँधी द्वारा काँग्रेस अधिवेशन की अध्यक्षता
14. नमक-सत्याग्रह का लक्ष्य
15. काँग्रेस द्वारा गोलमेज सम्मेलन का बहिष्कार
16. राजेंद्र प्रसाद के अनुसार. ‘फादर ऑफ़ पाकिस्तान’
17. कैबिनेट मिशन
18. डिपार्टमेंट ऑफ़ स्टेट का नेतृत्व
|
औपनिवेशिक नीतियाँ:
1.द्वैध सिद्धांत के जनक
2.ब्रिटिश-शासन के हित में मुस्लिमों की तरफदारी करने की बात करने
वाले
3.गवर्नर जनरल और राय-बहादुर एवं खान-बहादुर की उपाधि
पुस्तक, पत्र एवं पत्रिका:
4.क्रान्तिकारी गतिविधियों से सम्बंधित पत्रिका
नियम एवं अधिनियम:
5. सन् 1919 का अधिनियम पारित होने के समय ब्रिटिश प्रधानमंत्री
राष्ट्रीय आन्दोलन:
6. काँग्रेस का पूर्ववर्ती संगठन
7. सुरेन्द्र नाथ बनर्जी द्वारा इंडियन सिविल सर्विसेज से इस्तीफा
8. ब्रिटिश संसद के लिए निर्वाचित दादाभाई नैरोजी का राजनीतिक दल
9. काँग्रेस के शांतिपूर्वक मरने की कामना करने वाले गवर्नर जनरल
10. ‘मदर ऑफ़ इंडियन रिवोल्यूशन’ के रूप में लोकप्रिय
11. असहयोग आन्दोलन की विफलता और स्वराज पार्टी का गठन
12. जनरल डायर को लन्दन में मारने वाला
13. खुदाई खिदमतगार,1929 के संयोजक
14. चटगाँव विद्रोह का नेतृत्व
15. सन् 1933 में ब्रिटिश रूल, प्रिंसली स्टेट, जमींदारी और
पूँजीवाद को ख़त्म करने की बात करने वाला समाजवादी 16. अखिल भारतीय किसान सभा की स्थापना
17. अखिल भारतीय किसान सभा के लखनऊ अधिवेशन की अध्यक्षता
18. सुभाष चन्द्र बोस के साथ ऑल इंडिया फॉरवर्ड ब्लाक और आज़ाद हिन्द
फौज आंदोलन में भाग लेने वाले
19. कैबिनेट मिशन
|
औपनिवेशिक नीतियाँ:
1. मायो, अल्दौस हक्सले, चार्ल्स एंडरयू और विलियम दिग्बी में
सादृश्य सामाजिक-धार्मिक सुधार आन्दोलन:
2. पागल-पंथी सम्प्रदाय के संस्थापक
3. फराज़ी आन्दोलन
पुस्तक, पत्र एवं पत्रिका:
4. न्यू लैंप फॉर ओल्ड
के लेखक
विद्रोह:
5. रामोसी विद्रोह का भौगौलिक क्षेत्र
6. वाघेरा विद्रोह का वर्ष
7. सन् 1857 के विद्रोह के समय गवर्नर-जनरल
8. सन् 1857 से संबंधित कथनों की सत्यता का परीक्षण
नियम एवं अधिनियम:
9. रेगुलेटिंग एक्ट
10. बंगाल टेनेंसी एक्ट
11. मीडिया को कण्ट्रोल करने वाला एक्ट
राष्ट्रीय आन्दोलन:
12. बंग-भंग के बाद शुरू होने वाला आन्दोलन
13. मैडम भीका जी कामा द्वारा पहली बार तिरंगा फहराना
14. काँग्रेस के विभाजन का कारण
15. गाँधी जी द्वारा असहयोग आन्दोलन को हिमालयन ब्लंडर बतलाना
16. असहयोग आंदोलन की वापसी के कारण 17. सन् 1921 में पूर्ण स्वराज
की माँग
18. प्रथम भारतीय महिला काँग्रेस अध्यक्ष
19. कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ़ इंडिया और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ का
गठन
20. नेहरु रिपोर्ट
21. ‘सरफरोसी की तमन्ना अब हमारे दिल में है’ से सम्बंधित व्यक्ति
22. सन् 1932 में आयोजित गोलमेज सम्मेलन
23. जयप्रकाश नारायण का लोकप्रिय नाम
|
औपनिवेशिक नीतियाँ:
1.स्थाई बंदोबस्त
2. दूरभाष सेवा की शुरुआत
3. नेशनल कौंसिल ऑफ़ एजुकेशन की स्थापना
सामाजिक-धार्मिक सुधार आन्दोलन:
4. प्रार्थना समाज के संस्थापक
5. भारतीय रेनेसाँ के पिता
6. थियोसोफिकल सोसाइटी के संस्थापक
पुस्तक, पत्र एवं पत्रिकाएँ:
7. तिलक के द्वारा लिखित किताब
नियम एवं अधिनियम:
8. माउंटेग्यू–चेम्सफोर्ड रिपोर्ट
9. प्रांतीय सरकारों का गठन और इससे सम्बंधित एक्ट
राष्ट्रीय आन्दोलन:
10. मद्रास महाजन सभा की स्थापना
11. प्रथम कांग्रेस अधिवेशन में शामिल सदस्य
12. काँग्रेस का स्वराज-प्रस्ताव
13. बंगाल-विभाजन और स्वदेशी आन्दोलन
14. शेर-ए-पंजाब की उपाधि
15. ’स्वराज मेरा जन्मसिद्ध अधिकार है’ की घोषणा
16. अभिनव भारत से संबंधित व्यक्तित्व
17. 27वाँ अधिवेशन का आयोजन-स्थल
18. असहयोग आंदोलन की शुरुआत
19. स्वराज दल के संस्थापक
20. निवारण चंद्र दासगुप्ता से संबंधित जगह
21. द्वितीय गोलमेज सम्मेलन का आयोजन
22. गाँधी-इरविन पैक्ट
23. करो या मरो का नारा
24. स्वतंत्र भारत के प्रथम भारतीय गवर्नर-जनरल
25. 26 जनवरी को संविधान लागू किये जाने के कारण
|
औपनिवेशिक नीतियाँ:
1. ईस्ट इंडिया कंपनी को दीवानी अधिकार
2. स्थाई-बंदोवस्त
3. पहली रेलवे लाइन के विकास के समय गवर्नर-जनरल
4. सैडलर यूनिवर्सिटी कमीशन
विद्रोह:
5. महारानी की उद्घोषणा, नवंबर,1958 6. सन् 1857 में लखनऊ से
नेतृत्व
7. विद्रोह के बाद सेना में भर्ती में प्राथमिकता
8. मोपला-विद्रोह,1921 से प्रभावित क्षेत्र
राष्ट्रीय आन्दोलन:
9. काँग्रेस-पूर्व सबसे महत्वपूर्ण संगठन
10. राजनीतिक सुधारों के लिए पहल करने वाले प्रथम भारतीय
10. नरम-दल के नेताओं द्वारा अपनाया गया तरीका
11. कर्जन के द्वारा बंगाल-विभाजन को रद्द किया जाना
12. गाँधी जी द्वारा खिलाफत के समर्थन का कारण
13. रॉलैक्ट एक्ट
14. जालियाँवाला बाग में प्रदर्शन के कारण असहयोग आंदोलन की शुरुआत
15. ऑल इंडिया ट्रेड यूनियन काँग्रेस के प्रथम अध्यक्ष
16. महिलाओं के लिए चलने वाले आंदोलन के मुख्य प्रेरणास्रोत
17. ट्रेड-यूनियन मूवमेंट का मिलिटेंट दौर 18. पहली ऑल इंडिया
किसान-सभा
19. भारत छोड़ो आंदोलन की शुरुआत
|
टेबल 5:
आधुनिक भारत: बिहार के विशेष सन्दर्भ में
64वीं
बीपीएससी
|
63वीं बीपीएससी
|
(60-62)वीं बीपीएससी
|
(56-59)वीं बीपीएससी
|
(53-55)वीं बीपीएससी
|
(48-52)वीं बीपीएससी
|
1. कुँवर सिंह के
विद्रोह में शामिल होने का स्थल
2. अंग्रेजों के
खिलाफ आदिवासी विद्रोह और बिहार
3. पहली बार भारतीय
राज्य के रूप में बिहार का गठन
4. नील-विद्रोह के
कारण
5. भारत में गाँधी
जी के द्वारा शुरू किया गया पहला सत्याग्रह
6. गाँधी जी को
चम्पारण आने के लिए निमंत्रित करने वाला व्यक्ति
7. असहयोग आंदोलन
के समय शराब-बंदी के कारण राजस्व-हानि वाले क्षेत्र
8. बिहार किसान-सभा
से सम्बद्ध व्यक्ति
9. बिहार में नमक-सत्याग्रह
के समय चलने वाला कर-नादायगी आंदोलन
10. बिहार
सोशलिस्ट पार्टी का गठन
11. पृथक प्रान्त
के रूप में बिहार के गठन
12. बिहार में
गठित प्रथम काँग्रेस सरकार के नेता
13. फरवरी,1938
में बिहार सरकार के इस्तीफे का कारण
|
1. स्वामी सहजानंद
सरस्वती द्वारा सम्पादित पत्रिका
2.पृथक प्रान्त के
रूप में बिहार के गठन से सम्बंधित अधिनियम
3. सन् 1913 में
पटना में अनुशीलन समिति की शाखा के संस्थापक
4. सन् 1923 में
मुंगेर में किसान-सभा के संस्थापक 5. बिहार प्रोविंशियल किसान सभा का गठन
6. सन् 1934 में
गठित बिहार सोशलिस्ट पार्टी के सचिव
7. सन् 1937 में
बिहार में गठित प्रथम प्रान्तीय सरकार का नेतृत्व
8. बिहार से
संविधान-सभा के सदस्य
9. पटना लॉन का
गाँधी मैदान के रूप में नामकरण
|
1. संथाल-विद्रोह
की तिथि
2. बिरसा मुंडा की
गिरफ़्तारी
3. सन् 1857 में
बिहार में विद्रोहियों का नेतृत्व
4. असहयोग आंदोलन
के समय पटना कॉलेज छोड़ना
5. असहयोग आंदोलन
के समय वकालत छोड़ना
6. गाँधी जी का
ध्यान नील-किसानों की दयनीय हालत की ओर खींचने वाले व्यक्ति
|
1. असहयोग आंदोलन
में राहुल सांकृत्यायन के भागीदारी-स्थल
2. बिहार से किसान
नेता
3. स्वामी सहजानंद
सरस्वती द्वारा ऑल इंडिया यूनाइटेड किसान सभा का गठन
4. बिहार में
गाँधी जी द्वारा पहली बार सत्याग्रह की शुरुआत
5. असहयोग आन्दोलन
के दौरान बिहार में प्रचलित मान्यता
6. दुखी, दुखी आत्मा और दुखी ह्रदय के छद्म नाम से
लिखने वाले बिहार के नेता
7. सन् 1922 में गया अधिवेशन के अध्यक्ष
8. बिहार के
जमींदार, अँगरेज़ और राष्ट्रीय आन्दोलन
|
1. कुँवर सिंह का
ज़मींदारी क्षेत्र
2. राज कुमार
शुक्ल से सम्बंधित गाँव
3. दूसरा बिहार
प्रोविंशियल काँग्रेस अधिवेशन के आयोजन की पहल करने वाले व्यक्ति
4. बिहारी के
संपादक
5. सन् 1921 में लार्ड सिन्हा द्वारा
गवर्नर के पद से इस्तीफा
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1. जगदीशपुर में
1857 के विद्रोहियों का नेतृत्व-कर्ता 2.
सन् 1857 में बिहार में विद्रोहियों का नेतृत्व
3. बिरसा मुंडा का
कार्य-क्षेत्र
4. बिहार सोशलिस्ट
पार्टी की स्थापना और इसके संस्थापक
5. बलदेव सहाय
द्वारा अधिवक्ता के पद से इस्तीफा
6. प्रभावती देवी
से संबंधित स्थल
7. सन् 1942 में
राजेंद्र प्रसाद को गिरफ्तारी और कैद की जगह
8. बिहार में
गाँधी जी द्वारा सत्याग्रह की शुरुआत
9.चम्पारण नील
आन्दोलन के राष्ट्रीय नेता
10. किंग-फोर्ड को
मारने का प्रयास
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