Thursday, 16 May 2019

नए भारत में आपका स्वागत है!


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 नए भारत में आपका स्वागत है!
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नहीं, नहीं, नहीं!
गाँधी तो मर चुके,
नहीं, नहीं, गाँधी मरे नहीं हैं;
गाँधी को तो मारा है
हमारे प्यारे गोडसे ने,
हाँ, नए भारत:
हिन्दू-राष्ट्र भारत के राष्ट्रपिता
हमारे गोडसे ने।
और, मारता क्यों नहीं,
हिन्दू-द्रोह का अपराध जो किया था उन्होंने,
और मुसलमान-परस्त तो वो शुरू से ही थे,
आजादी के बाद पाकिस्तान-परस्ती भी तो स्वीकार कर ली उन्होंने।
गाँधी मर चुका है, और
गाँधीवाद वेंटिलेटर पर है,
गाँधीवाद को मत मारो!
उसे अपनी मौत मरने दो,
हाँ, उस ‘चतुर बनिए’ के दर्शन को
अपनी मौत मरने दो
उसके ही विरासत के हकदारों के हाथों। 
वर्तमान पीढ़ी को न तो गाँधी की ज़रूरत है
और न ही गाँधीवाद की,
और शर्तिया
आने वाले पीढ़ी को भी
न तो गाँधी की ज़रुरत होगी,
और न ही गाँधीवाद की!
यह नया भारत है,
21वीं सदी का नया भारत,
काँग्रेस-मुक्त, विपक्ष-मुक्त,
पर संघ-युक्त हिन्दू राष्ट्र भारत,
न राम के लिए जगह है यहाँ, और
न ही कृष्ण के लिए;
न ईसा के लिए जगह है, और
न ही मूसा के लिए;
न रहीम एक लिए जगह है यहाँ, और
न ही करीम के लिए।  
हाँ, यह वह धरती है जहाँ
गोडसे को पूजा जाता है,
विद्यासागर को लूटा जाता है।
हाँ, यह वही धरती है जहाँ
सिसकियाँ दबकर रह जाती हैं,
और रावण का खल-खल अट्टहास
गूँजता है
खुले आसमान के तले,
और हम जैसों की तालियों से गुँजायमान हो उठता है आकाश,
बेबसों के बेबस कराहों को दबाते हुए।
हाँ, यह नया भारत है,
नया भारत, मज़बूत भारत,
जो बदला लेने में विश्वास करता है
जहाँ माफ़ी की कोई गुंजाइश नहीं,
जहाँ असहमति एवं मतभेद के लिए जगह नहीं;
गोडसे राष्ट्रपिता होंगे जिसके,
और साध्वी प्रज्ञा राष्ट्र-माता,
जहाँ बात-बेबात बलात्कार की धमकियाँ दी जाती हैं,
असहमत होने पर पाकिस्तान भेजा जाता है,
चरित्र-हनन जिसका प्रथम चरण है।  
हाँ, आइये, नए भारत में आपका स्वागत है,
हेडगेवार से लेकर गोलवलकर, और  
दीन दयाल उपाध्याय के सपनों के भारत में;
जो पाकिस्तान बनने के रास्ते पर तेजी से अग्रसर है,
और है आतुर,   
पूरे विश्वास के साथ चीन को पीछे छोड़ने को।
गाँधी ने तो इसे भारत बनाना चाहा,
पर गुजरात के नए गाँधी, और
गुजरात के नए पटेल
आमदा हैं इसे पाकिस्तान और चीन बनाने को।
हाँ, हमें चीन बनना है;
हाँ, हमें पाकिस्तान बनना है;
भारत नहीं!
हाँ, भारत नहीं!
अलविदा गाँधी!
अलविदा गाँधीवाद!
अलविदा छब्बीस जनवरी, और
अलविदा पंद्रह अगस्त!
दो अक्टूबर भी मत आना,
हमें तुम्हारी ज़रूरत नहीं!
स्वागत है तुम्हारा
तीस जनवरी,
हाँ, तीस जनवरी, अर्थात् मुक्ति-दिवस!
स्वागत है तुम्हारा 28 मई,2014
नव-मुक्ति दिवस के रूप में,
जब भारत की मौत हुई,
और नए भारत के उदय का मार्ग प्रशस्त!
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1 comment:

  1. Coronavirus: Delhi's Reports 2414 New Cases Taking the Toll to 47,102
    Delhi's Health Minister Satyendar Jain has tested positive of COVID-19.
    An official statement from his office read, "Delhi Health Minister Satyendar Jain tests positive for COVID-19."

    SOURCE LINK : https://www.molitics.in/news/161133/delhi-coronavirus-updates

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